बाला साहेब देवरस ने अपनी शुरुआती शिक्षा नागपुर
से ही पूरी की और लॉ की डिग्री लेकर अनाथ विद्यार्थी बस्ती गृह में बच्चों को
पढ़ाने का काम शुरु किया। बाला साहेब
देवरस का परिवार नागपुर के इतवारी में ही रहता था और वहीं पास की व्यायामशाला में
घर के सभी बच्चे प्रतिदिन जाते थे।1925 में संघ की शुरुआत के
बाद देवरस भी शाखा में जाने लगे और बहुत ही कम समय में वह डाक्टर साहेब के नजदीक भी पहुंच गये।